दान की महिमा

दान की महिमा तभी होती है जब वह निस्वार्थ भाव से किया जाता है अगर कुछ पाने की लालसा में दान किया जाए तो वह व्यापार बन जाता है। यहाँ समझने वाली बात यह है कि देना उतना जरूरी नहीं होता जितना कि ''देने का भाव''।

हिन्दू धर्म में दान चार प्रकार के बताए गए हैं, अन्न दान, औषध दान, ज्ञान दान एवं अभयदान एवं आधुनिक परिप्रेक्ष्य में अंगदान का भी विशेष महत्व है। दान एक ऐसा कार्य, जिसके द्वारा हम न केवल धर्म का पालन करते हैं बल्कि समाज एवं प्राणी मात्र के प्रति अपने कर्तव्यों का पालन भी करते हैं।

सहयोग

आप ‘‘श्री कृष्ण गौपाल गौ सेवा समिति, नागौर’’ के नाम से ड्राफ्ट बनवाकर के अथवा ऑनलाइन द्वारा बैंक खाते में भेज सकते है।
गौलाक महातीर्थ में धर्मप्रेमीगण एवं गौभक्त विभिन्न प्रकार से सहयोग कर सकते है

  1. एक बीघा जमीन का भाव 25,00,000 रूपये
  2. बड़ा चारा गोदाम 12,00,000 रूपये
  3. बीमार गौवंश की दवाइयाँ प्रतिमाह 9,00,000 रूपये (एक दिन की दवाइयाँ 30,000 रूपये)
  4. एक माह का पौष्टिक आहार 9,00,000 रूपये (एक दिन का- 30,000 रूपये)
  5. एक दिन की लापसी 51,000 रूपये
  6. टेक्टर 5,07,050 रूपये
  7. पशु एम्बुलेन्स (बुलेरो माईक्रो हाईब्रेड) 5,00,000 रूपये
  8. विश्व स्तरीय गौ चिकित्सालय का एक दिन का खर्च 5,00,000 रूपये
  9. मेडिकल कक्ष 2,50,000 रूपये
  10. गौमाता की छाया हेतु टीन शेड (18x140) 2,90,000/-
  11. गौमाता की छाया हेतु टीन शेड (18x70) 1,50,000/-
  12. गौमाता की छाया हेतु टीन शेड (18x90) 1,80,000/-
  13. गौमाता की छाया हेतु टीन शेड (18x45) 90,000/-
  14. साधु, साध्वियों, यात्रियों हेतु कमरा (20x14) 1,80,000/-
  15. घायल वन्यजीवों हेतु लोहे का पिंजरा 40,000 रूपये
  16. एक घायल गौमाता का ऑपरेशन + चिकित्सा 25,000/- रूपये
  17. एक गौमाता की चिकित्सा 11,000 रूपये